‘‘स्वतंन्त्र देश की अस्मिता के लिए खतरा बनता इंटरनेट मीडिया’’
पक्ष में तर्क:
1. मीडिया सही अर्थों में सरकार और जनता के बीच माध्यम का कार्य करती है। परन्तु समय के साथ मीडिया के स्वरूप और व्यवहार में अंतर देखने को मिल रहे हैं। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में दुनिया भर में इंटरनेट मीडिया अफवाहों को फैलाने, हिंसा भरकाने तथा सामाजिक विद्वेष फैलाने वाले तत्वों को भी प्रोत्साहित करती है। इंटरनेट मीडिया के आ जाने के बाद फर्जी खबरों की वृद्धि देखने को मिल रही है। इस क्षेत्र से जुड़ी कई कम्पनियों पर जब सरकारें प्रतिबंध लगाने की बात कहती है तो इनकी ओर से नाममात्र के निषेधात्मक कार्रवाई की जाती है जो पर्याप्त नहीं है। यह कहीं न कहीं स्वतंत्र देश की अस्मिता के लिए खतरा बनता जा रहा है।
2. इंटरनेट मीडिया पर हाल के दिनों में लोगों की निजी जानकारियों के दुरूपयोग करने का आरोप लग रहा है। ट्विटर और व्हाट्सएप की नई प्राईवेसी पाॅलिसी से तो यही लगता है कि अब लोगों की निजता खतरे में है। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भ्रामक विज्ञापन लोगों को गुमराह तो करते ही हैं साथ ही उन्हें आर्थिक संकट में भी डाल देती है। इंटरनेट मीडिया भले ही सरकार के नियंत्रणाधीन न हो परन्तु उसे कम से कम जनता के प्रति जबावदेह होना ही चाहिए। व्यक्ति के मौलिक अधिकारों का हनन करने की छूट किसी भी संस्था को नहीं है ऐसे में निजता संबंधी आंकड़ों का दुरूपयोग; एक स्वतंत्र राष्ट्र के सुरक्षा के लिए भी घातक साबित हो सकता है।
विपक्ष में तर्क:
1. इंटरनेट मीडिया को लेकर तमाम नकारात्मक तथ्यों के बीच कई ऐसी बातें है जो इसे महत्वपूर्ण बनाती है। इंटरनेट मीडिया अथवा सोशल मीडिया ने वैश्विक गांव की अवधारणा को मजबूत किया है। आपसी संबंध एवं समझ विकसित करने तथा दुनिया भर की जानकारियों को पलक झपकते प्राप्त करने की सुविधा प्राप्त हुई है। सामाजिक भलाई के लिए चलाये जाने वाले अभियानों को सफल बनाने के लिए इंटरनेट मीडिया की भूमिका सराहनीय है। निर्भया को न्याय दिलाने की बात हो, अन्ना आन्दोलन की सफलता है अथवा किसान आंदोनल का प्रसार सबके लिए इंटरनेट मीडिया वरदान साबित हुई है। फोटो तथा विडियो साझा करके लोग अपने विचारों और समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने में सफल हो रहें है। इससे हमारा लोकतंत्र और अधिक मजबूत हो रहा है।
2. आज व्यक्ति अथवा उत्पाद को लोकप्रिय बनाने में इंटरनेट मीडिया अपनी बड़ी अहम भूमिका निभा रहा है। यह संचार का एक सस्ता और सुलभ माध्यम है। रियल टाईम में सभी खबरें और सूचनाएं एक साथ सभी को प्राप्त कराने में इसकी भूमिका सराहनीय है। सरकारें भी अपनी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए इस मीडिया का सहारा ले रही है। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से युवाओं में राजनीतिक चेतना का विकास हुआ है। उनमें चुनाव के प्रति जागरूकता भी बढ़ी है। इंटरनेट मीडिया ने दुनिया भर के लोगों को एक साथ जोड़कर उन्हें सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक एवं राजनीतिक रूप से समृद्ध बनाया है।
© रवि रौशन कुमार
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