रवि रौशन कुमार – नवाचार, तकनीक और संवेदनशील शिक्षण के प्रतीक
रवि रौशन कुमार, बिहार के दरभंगा जिले
के केवटी प्रखंड अंतर्गत राजकीय मध्य विद्यालय, माधोपट्टी में
कार्यरत एक समर्पित, नवाचारप्रिय और तकनीक-समर्थ शिक्षक हैं।
आपने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया है, जिसके
लिए आपको 2022 में राजकीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
आपने C.M. College, Darbhanga से इतिहास विषय में स्नातक किया है और विशेष रूप से आधुनिक भारत का खंड
आपका प्रिय क्षेत्र रहा है।
तकनीकी नवाचार और शिक्षण का समन्वय
आपके प्रयासों से विद्यालय का एप और
ब्लॉग विकसित किया गया, जिसमें कक्षावार पाठ और सामग्री अपलोड होती है। आपने कोविड-19
काल में भी छात्रों की पढ़ाई बाधित नहीं होने दी, और ई-पत्रिका के माध्यम से शिक्षण को निरंतर जारी रखा।
ICT (सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी) के क्षेत्र में आपका योगदान उल्लेखनीय है। आप प्रशिक्षण
सामग्री, पाठ्यपुस्तकों एवं संदर्भ सामग्रियों के
निर्माण में भी सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
विद्यालय में शिक्षण, अधिगम एवं मूल्यांकन की प्रक्रियाओं में आप ICT का निरंतर प्रयोग करते हैं, जिससे बच्चों की भागीदारी और सीखने की गति में सुधार आता है।
लेखन और बौद्धिक अभिरुचियाँ
आपका शैक्षणिक लेखन भी अत्यंत समृद्ध
है। पर्यावरणीय मुद्दों, नवाचारी शिक्षण, विज्ञान जागरूकता और शिक्षण शास्त्र जैसे विषयों पर 50 से
अधिक आलेख देश की विभिन्न प्रतिष्ठित
पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। आपकी पुस्तक “पर्यावरणीय चुनौतियाँ”, Amazon और Flipkart पर उपलब्ध है और पर्यावरण शिक्षण को
लेकर एक उपयोगी संसाधन मानी जाती है।
डिजिटल मंच पर सक्रियता
आपका YouTube चैनल – “Ravi Sir Ki
Pathshala” शिक्षा जगत में एक
प्रेरणास्रोत के रूप में उभरा है, जिसके 28000 से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं। यहाँ पर सामाजिक विज्ञान, पर्यावरण अध्ययन, ICT एवं समसामयिक शैक्षणिक विषयों
पर गुणवत्तापूर्ण सामग्री प्रदान की जाती है।
पठन-पाठन के प्रति रुचि
आपको किताबें पढ़ना अत्यंत प्रिय है, और आप निरंतर
अपनी शैक्षणिक दृष्टि को अद्यतन करते रहते हैं। आप शिक्षण को केवल एक कार्य नहीं,
बल्कि समाज परिवर्तन का सशक्त माध्यम मानते हैं।
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